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माँ तेरे चरणों में स्वर्ग हैं,माँ तेरे आशीष में प्रेम हैं
नवरात्रि के इस महापर्व पर आपके दिल से दिल मिलने !!
खुशियों का संसार बने हमारा जीवन हर पल।
माँ के आशीर्वाद से हो सभी का मन पूरी तरह साफ।
नवरात्रि के पावन पर्व में मिले सबको खुशियों का बहुत बहार।
समृद्धि और शांति का आभास हो जय माता दी !!
नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है. ऐसा माना जाता है कि चंद्रमा, सभी भाग्य का प्रदाता, देवी शैलपुत्री द्वारा शासित होता है और चंद्रमा के किसी भी बुरे प्रभाव को आदि शक्ति के इस रूप की पूजा करने से दूर किया जा सकता है. देवी माँ दुर्गा के नौ रूपों में प्रथम स्वरुप है ये ही नवदुर्गाओं में प्रथम दुर्गा हैं। पर्वतराज हिमालय के घर पुत्री के रूप में जन्म होने के कारण इनका नाम ‘शैलपुत्री’ पड़ा। पहले दिन उपासना में योगी अपने मन को ‘मूलाधार’ चक्र में स्थित करते हैं। यहीं से उनकी योग साधना का प्रारंभ होता है।
नवरात्रि के त्योहार में आया खुशियों का तैयारी का मौसम,
माता के नौ रूपों में है छिपा सृष्टि का सार,
दुर्गा माता के आगमन के साथ ही आपके जीवन में सुख !!
नवरात्रि के आगमन के साथ आपके घर में सुख-शांति बनी रहे !!
नवरात्रि के इस मौके पर हो आपका जीवन सुखमय और सफल।
माँ के चरणों में है सुख और शांति का आभास,